क्रिकेट की दुनिया में आदिवासी समुदाय से एक नया सितारा उभर कर सामने आया है. इस खिलाड़ी ने खेल से पहले ही इतिहास रच दिया है. आईपीएल के इतिहास में पहली बार किसी आदिवासी खिलाड़ी को खेलने का मौका मिला है. 2024 के आईपीएल में झारखंड के रोबिन मिंज को गुजरात टाइटंस ने 3.6 करोड़ में खरीदा है. यह पूरे भारत के आदिवासियों के लिए गर्व का पल है. अब हॉकी के साथ- साथ आदिवासी समुदाय क्रिकेट जैसे प्रतिष्ठित खेलों में भी अपना परचम लहराने को तैयार है. आईपीएल में पहले आदिवासी क्रिकेटर के रूप में शामिल हो रहे रोबिन मिंज ने आज झारखण्ड के साथ साथ देश के आदिवासियों को गौरवान्वित किया है.
बता दें कि आईपीएल की फ्रेंजाइजी टीमें अपना क्लब भी बनाती है. मुंबई इंडियन भी कंपनी सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) के तहत देशभर से टैलेंट सर्च करती है. यहां से प्रतिभावान क्रिकेटरों को अपने क्लब टीम में शामिल करती है. साथ ही उन्हें बेहतर ट्रेनिंग की सुविधा मुहैया कराती है. झारखण्ड के रॉबिन मिंज का चयन इसी मुंबई इंडियंस के क्लब क्रिकेट में हुआ है.
रॉबिन मिंज झारखंड के रांची के रहनेवाले हैं. वो झारखंड क्रिकेट टीम के अंडर-23 टीम में बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज हिस्सा रहे हैं.
फौजी के बेटे हैं रॉबिन मिंज
बता दें कि रॉबिन 8 साल की उम्र से क्रिकेट खेल रहे हैं. बचपन से ही क्रिकेट खेलने का जुनून था. इस जुनून को नोटिस किया उनके फैजी पिता ने क्रिकेट एकेडमी में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया. रॉबिन ने पिता की बात मान एडमिशन ले लिया और वहीं से क्रिकेट का सफर शुरू हो गया.
रॉबिन के परिवार में माता-पिता के साथ दो बहनें भी हैं. जो फिलहाल पढ़ाई कर रही हैं. रॉबिन के पिता जब आर्मी में थे तब मां एकेडमी में मुझे क्रिकेट के लिए ले जाया करती थी. रॉबिन ने नामकुम के डीएवी से दसवीं तक की पढ़ाई की है. इसके बाद उन्होंने अपना पूरा समय क्रिकेट को दे दिया.
मीडिया को दिए बयान में रॉबिन ने कहा, एक समय ऐसा था जब पिछले साल मुझे लखनऊ सुपरजाइंट्स, दिल्ली कैपिटल्स, मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइट राइडर्स ने ट्रायल के लिए बुलाया था. इनमें से मैंने दिल्ली कैपिटल्स के लिए ट्रायल दिया. लेकिन वहां उनका चयन नहीं हो सका. इससे वे काफी हताश हो चुके थे. लेकिन कोच ने समझाया यह समय सीखने का और अधिक मेहनत करने का है, हताश होने का नहीं. उन्होंने फिर तैयारी शुरू कर दी.
No Comments yet!