केंद्रीय जनजाति मामले और कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा शुरू कर दिया है. खूंटी लोकसभा क्षेत्र से उन्हें भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाया है. लोकसभा चुनाव को देखते हुए केंद्रीय मंत्री भी चुनावी दौरे के लिए सजग हो चुके है. पार्टी द्वारा पहली सूची में उनके नाम की घोषणा के बाद से हर दिन अपने निर्वाचन क्षेत्र के तूफानी दौरे पर हैं.
हाल ही में अर्जुन मुंडा ने तमाड़ क्षेत्र का दौरा किया जहां उन्होंने आदिवासी ग्रामीण से मुलाकात की. केंद्रीय मंत्री और खूंटी क्षेत्र के भाजपा उम्मीदवार ने आरोप क्षेत्र में विकास न होने देने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, आम आदमी के कल्याण के लिए केंद्र सरकार की कई योजनाएं झारखंड चलाई जा रही है. किन्तु वर्तमान झामुमो-कांग्रेस-राजद महागठबंधन शासन 2019 से बाधाएं पैदा कर रहा है.
अर्जुन मुंडा ने आरोप लगाया कि “केंद्र राज्य में और अधिक सहायता प्राप्त स्कूल खोलना चाहता है ताकि आदिवासी आबादी को अपने ही गांवों में बेहतर शिक्षा मिल सके लेकिन राज्य सरकार सहयोग नहीं कर रही है.” उन्होंने बताया कि यहां छात्रों के लिए और अधिक मेडिकल कॉलेज खोलने की जरूरत है ताकि स्वास्थ्य देखभाल की गुणवत्ता राष्ट्रीय रैंकिंग में ऊपर जाए लेकिन यहां भी राज्य मदद करने के लिए तैयार नहीं है.
उन्होंने अपनी पार्टी के बारे में बात करते हुए कहा कि, केंद्र की मोदी सरकार प्रत्येक व्यक्ति, विशेषकर गरीबों, वंचितों और महिलाओं के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं. लेकिन 2019 के बाद से राज्य में डबल इंजन सरकार की कमी के कारण, केंद्र द्वारा स्वीकृत अधिकांश परियोजनाएं अटकी हुई हैं. उन्होंने कहा, पहले की हेमंत सरकार और अब चंपई सरकार द्वारा सभी योजनाओं को ठन्डे बास्ते में डाल दिया गया है.
बता दें कि खूंटी लोकसभा आरक्षित सीट है और अर्जुन मुंडा इस सीट पर कांग्रेस के काली चरण मुंडा के खिलाफ लगातार दूसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं. अर्जुन मुंडा ने काली चरण मुंडा को पिछली बार लगभग 1,000 वोटों से हराया था. किंतु इस बार मुकाबला दो पार्टयों के बीच न होकर तीन पार्टियों के बीच होने की संभावना है. खूंटी सीट में 13 मई को मतदान होगा.
आप इसे पढ़ने का संदर्भ ले सकते हैं: Adivasi ki taaja khabar
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