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लुगूबुरु आदिवासियों का धार्मिक तीर्थस्थल, इसे बचाना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है- हेमंत सोरेन

Posted on October 19, 2023 - 3:43 pm by

झारखण्ड: लुगूबुरु घंटाबाड़ी धोरोमगढ़ सरना समिति के प्रतिनिधिमंडल ने सोरेन ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बुधवार को झारखण्ड मंत्रालय में मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया की लुगू पहाड़ पर दामोदर घाटी लिमिटेड द्वारा प्रस्तावित हाइड्रल प्रोजेट को निरस्त किया जाए. प्रतिनिधिमंडल मुक्यमात्रि को अवगत कराया की लुगू पहाड़ संथाली आदिवासियों का ऐतिहासिक तथा धार्मिक तीर्थस्थल है. इसके साथ ही यह प्राकृतिक सौन्दर्य के साथ साथ अमूल्य वन सम्पदा से भी परिपूर्ण है.

प्रतिनिधिमंडल ने आग्रह किया की आदिवासी समुदायों की संस्कृति, रीती-रिवाज़ और आस्था के मद्देनज़र उचित निर्णय लिया जाए. प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त करते हुए सीएम ने कहा की राज्य सरकार आदिवासियों की आस्था, परम्परा और रीती-रिवाज़ का ध्यान रखेगी. राज्य सरकार कोई भी ऐसा फैसला नहीं लेगी जिससे आदिवासियों की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचे. सीएम ने आगे कहा की आदिवासियों की धार्मिक स्थलों को संरक्षित करना उनकी सरकार की प्राथमिकता रही है.
साथ ही संथाली आदिवासियों के धार्मिक धरोहर लुगू पहाड़ को बचाना हम सब की नैतिक जिम्मेदारी भी है. सरकार जनभावना के अनुरूप ही निर्णय लेगी.

लुगू पहाड़ झारखण्ड के बेरमो अनुमंडल में ललपनिया स्थित संथालियों के प्रमुख धर्मस्थल है. जहाँ संथाली समुदाय लुगू बाबा की पूजा करते हैं. यहां हर अमावस्या और पूर्णिमा को श्रद्धालु पूजा के लिए आते है. संथाल आदिवासियों में इसके प्रति गजब की आस्था है. उनके लिए यह शक्तिपीठ है. ऐसा माना जाता है की संथाल आदिवासी समाज के साधक लुगू पहाड़ जाते हैं और यहां साधना करते हैं.

लुगू पहाड़ के क्षेत्र में डीवीसी की ओर से 1500 मेगावाट विद्युत उत्पादन क्षमता की पंप स्टोरेज परियोजना सह हाइड्रल पावर प्लांट स्थापित करने की योजना बनाई गयी है. जिसको लेकर स्थानीय आदिवासी ग्रामीण विरोध कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है की लुगू पहाड़ स्थित लुगू बाबा गुफा संथालियों का धर्म स्थल है. प्लांट लगने के बाद उनकी धार्मिक स्थल को क्षति पहुँचने का डर है.साथ ही इसकी प्राकृतिक सुंदरता भी नष्ट हो जाएगा. इसके आसपास के 10 किलोमीटर के क्षेत्र में प्रकृति से छेड़छाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. प्लांट का निर्माण देश की प्रतिष्ठित विद्युत उत्पादक कंपनी दामोदर वैली कारपोरेशन (डीवीसी) कर रही है.

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