लोकसभा चुनावी रैली के लिए छत्तीसगढ़ गए राहुल गांधी ने ने भाजपा सरकार और मोदी पर जमकर निशाना साधा था. छत्तीसगढ़ में दिए अपने भाषण में उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस के लोग आपके धर्म, आपकी विचारधारा, आपकी भाषाओं और आपके इतिहास पर हमला करते हैं.
भारत में जंगल कम हो रहे हैं और भाजपा वन भूमि को अडानी जैसे अरबपतियों को सौंप रहे हैं. एक दिन आएगा जब भारत में कोई जंगल नहीं होगा और तब भाजपा और आरएसएस आपसे कहेंगे कि आप वनवासी हैं.
राहुल गांधी के इस बयान के बाद आदिवासी नेता और भाजपा विधायक केदार कश्यप का भी बयान सामने आया है. केदार कश्यप ने पलटवार करते हुए राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी से कड़े सवाल पूछे. केदार कश्यप ने कहा कि पहली बार आदिवासी राष्ट्रपति चुनने का मौका आया तो कांग्रेसियों ने जी जान से विरोध किया था.
केदार कश्यप ने आरोप लगते हुए कहा कि, कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के आदिवासियों के वोट से बने विधायकों को भी मजबूर किया था. उन्हें महामहिम मूर्मू के खिलाफ वोट देने के लिए कहा गया था. किन्तु जब कांग्रेस मुर्मु को हरा नहीं पायी,तो इनके नेता बौखलाहट में माननीया राष्ट्रपति को ‘राष्ट्रपत्नी’ कह कर मजाक उड़ाया था.
केदार कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार के शासन में लगभग 40 हज़ार आदिवासी बच्चे इलाज के अभाव में मर गये, तब ज़ुबान को क्या हो गया था राहुल के? पचास वर्षों तक आदिवासी-दलितों-पिछड़ों का हक नहीं दिया. कांग्रेस बस छत्तीसगढ़ को लूटते रहे हैं.
केदार कश्यप ने कहा कि राहुल गांधी रोज मूर्खता का नया अध्याय रच रहे हैं. इन्हें इतना भी नहीं मालूम कि समाचार संस्थानों में नियुक्ति सरकार नहीं करती है. देश इनके पिता के जमाने से काफी आगे निकल गया है. राहुल गांधी का दुष्प्रचार काम नही आयेगा,अच्छा होता वो छत्तीसगढ़ आकर आदिवासियों और पिछड़े वर्ग के लोगो से माफी मांगते क्योंकि आदिवासियों का उन्होंने हक मारा है.
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